मनु भाकर का एक बाद बयान सामने आया जिससे सोशल मीडिया में तहलका मच गया है मनु ने सपोर्टस्टार को इंटरव्यू देते हुए कहा की वे एक बार फेक अकाउंट बनाई थीं ताकि लोग प.वी. सिंधु को सीधे कुछ न कहें, आईए इस आर्टिकल के माध्यम से जानते है की मनु ने इंटरव्यू में क्या क्या कहा।
कौन है मनु भाकर
पेरिस ओलिंपिक्स 2024 के ब्रान्ज़ मेडल विजेता, जिन्होंने 10माइटर एयर पिस्टल शूटिंग में एक नहीं दो बार मेडल जीता है, जी हाँ एक ही एडिशन ओलिंपिक्स में दो बार मेडल जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बनी है मनु भाकर। मनु ने मात्र 14 साल की उम्र में बहुत से मेडल जीत चुकीं थीं । उनके पिता ने उनका बहुत साथ दिया उन्होंने ने ही मनु को खेल के लिए प्रोतशाहित किया।
मनु ने भारत को न केवल मेडल बल्कि मनु के द्वारा ही भारत का मेडल सूची में खाता खुला था, आज देश मनु के ऊपर गर्व कर रहा है।
मनु ने रचा इतिहास
2024 के ओलिंपिक्स में मेडल जीतने के साथ मनु ने बहुत से इतिहास रचे हैं, जिनमे से किसी भी महिला द्वारा 10 मीटर एयर पिस्टल के खेल में मेडल जीतने वाली पहली महिला खिलाड़ी बनी है, उन्होंने 20 साल के बाद शूटिंग में कोई मेडल भारत के नाम कराया है, इसी के साथ उन्होंने ओलिंपिक्स के एक ही एडिशन में दो बार मेडल जीतने वाली भारतीय महिला खिलाड़ी भी बन गई हैं।
मनु ने पहला मेडल 29 जुलाई को सोलो 10 मीटर एयर पिस्टल के खेल में जीता था, और दूसरा मेडल मिक्स्ड खेल में सरबजोत सिंह के साथ जीता है।
गीता ने जिताया मेडल
मनु भाकर ने मेडल जीतने के बाद इंटरव्यू में कहा की उन्होंने खेल में जाने से पहले गीत के उपदेश को पढ़ा था उनका कहना है की गीत ने उनकी मेडल जीतने में मदद की है, उन्होंने कहा की गीत पढ़ने से मन एकाग्र होता है और मेरा मन शांत हुआ तो में अपना पूरा फोकस खेल में जुटा पाई।
मनु का इंटरव्यू
“मनु ने कहा में खुश हूँ की मेने देश के लिए कुछ किया है ये मेडल मेरा नहीं बल्कि पूरे देश का है, इस मेडल को जीतने में आप सब का प्यार है आपके प्यार और सपोर्ट के कारण ही आज में ये मेडल जीत पाई हूँ।”
स्टारसपोर्ट को इंटरव्यू देते हुए उन्होंने कहा था की जब कोई खिलाड़ी के साथ अच्छा नहीं होता है कोई खिलाड़ी जब अपने खेल में अच्छे से प्रदर्शन नहीं करता है तो लोग उनको ट्रोल करना शुरू कर देते है ऐसा ही कुछ पीवी सिंधु के साथ भी हुआ, उन्होंने बोला की पीवी सिंधु के साथ जब खेल में अच्छा नहीं हो रहा था तो लोगों ने उनका मजाक बनाना शुरू कर दिया था जिसको देखते हुए उन्होंने अपना के फेक अकाउंट बनाया जिससे वे ट्रोलर्स को जवाब दे सकें।
निष्कर्ष
मनु भाकर का कहना बिल्कुल सही है की जब आप किसी खिलाड़ी के अच्छे पेरफ़ॉर्मेंस में साथ देते है उनका सम्मान करते हैं तो उनके बुरे समय में उनका उतना ही सम्मान और साथ देना चाहिए, खिलाड़ी भी एक मनुष्य है उनसे भी गलती होती है तो उन्हे भी गलती सुधारने का मौका मिलना चाहिए। अगर ये आर्टिकल आपको पसंद आया हो तो आप हमें कमेन्ट करें और इस आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें ताकि हमें इससे भी बेहतर आर्टिकल लिखने की प्रेरणा मिले धन्यवाद।
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